WORLD BOOK DAY AND COPYRIGHT DAY
23 APRIL 2017
केंद्रीय विद्यालय हनुमानगढ़ में विश्व पुस्तक दिवस और कॉपीराइट दिवस मनाया गया | कक्षा छठी की छात्र मोनिका द्वारा उक्त विषय पर भाषण दिया गया | प्रभारी प्राचार्य ईश्वर सिंह ने बच्चो को इसके बारे मे जानकारी दी |
23 APRIL 2017
- 23 अप्रैल विश्व पुस्तक दिवस के रूप में मनाया जाता है | इसे विश्व पुस्तक एवं कॉपीराइट दिवस के नाम से भी जाना जाता है | इस दिवस का आयोजन संयुक्त राष्ट्र के शैक्षिक संगठन UNESCO द्वारा किया जाता है | विश्व पुस्तक दिवस का आयोजन सर्वप्रथम 23 अप्रैल 1995 मे किया गया था |
- 23 अप्रैल 1616 को एक एसे लेखक ने दुनिया को अलविदा कहा था जिनकी कृतियो का विश्व की समस्त भाषाओ में अनुवाद हुआ | यह लेखक शेक्सपियर जिसने अपने जीवन काल में 35 नाटक ओर 200 से अधिक कविताए लिखीं | साहित्य जगत में शेक्सपियर को जो स्थान प्राप्त है उसी को देखते हुए UNESCO ने 1995 से ओर भारत सरकार ने 2001 से इस दिन को विश्व पुस्तक दिवस के रूप में मानाने की घोषणा की |
- आधुनिक शिक्षा प्रणाली में पुस्तक का सर्वाधिक महत्व है | बिना पुस्तक अध्ययन की कल्पना ही नहीं की जा सकती | शिक्षा केवल पाठ्य पुस्तकों के आधार पर अधूरी ही रहती है| अन्य सहायक पुस्तकों के अध्ययन द्वारा जो पुस्तकालय के उपलब्ध होनी चाहिए इस कमी की पूर्ति की जनी चाहिए| पहले TV ओर अब MOBILE संस्कृति के कारण आज के बालक किताबो से दूर होते जा रहे है | स्वाध्यय की प्रवृति समाप्त होती जा रही है | मनुस्मृति मे कहा गया है 'स्वाध्यये नित्ययुक्त: स्यात ' अर्थार्थ स्वाध्याय में नित्य तत्पर रहना चाहिए विश्व में कितने भी महापुरुष हुए है, उन सभी के जीवन में पुस्तकों का योगदान महत्वपूर्ण रहा है|
- गांधी जी ने पुस्तकों के महत्व के विषय में लिखा है ' पुस्तकों का मूल्य रत्नों से भी अधिक है क्योंकि रतन बाहरी चमक-दमक दिखाते है, जबकी पुस्तके आतंरिक अन्त: करण को उज्जवल बनाती है|
- नेहरु जी अक्सर कहा करते थे पुस्तके तो ज्ञान का सागर है इसे जितनी सफाई और हिफाजत से रखेगे, उतना ही हमारा मन लगेगा और ज्ञान मिलेगा | वे बच्चो को अवकाश के समय पुस्तके पढने को कहा करते थे|
- अच्छी पुस्तके ही मनुष्य को असत से सत की ओर ले जाती है| अन्धकार से निकाल कर उसे रोशनी प्रदान करती है| लोकमान्य तिलक ने कहा है की मुझे नरक भेज दो वहां भी मै स्वर्ग बना लूँगा बस मेरे पास अच्छी पुस्तके हो अच्छी पुस्तके संसार का सर्वश्रेष्ठ धन है| हमे उनका स्वाध्याय कर अपने चरित्र को उज्वल बनाना चाहिए|
- विश्व पुस्तक दिवस पर हमे डॉ भीमराव आंबेडकर के इन शब्दों पर गौर कर उन्हें जीवन में आत्मसात करने का प्रयास करना चाहिए की कम खाओ और अधिक पढो |
How well he's read ,to reason against reading.
-William Shakespeare
On this day school conducted a library activity for Readers' Club Member Students (On Character Design).
Name of the Winners are as follows:
(A)Hindi Language:
1st Aarzoo (Class 6th)
2nd Himanshu (Class 7th)
3rd Divesh (Class 7th)
(B) English Language:
1st Pratibha (Class 5th)
2nd Ankita (Class 6th)
3rd Kriti Rathore (Class 5th)
On this day school conducted a library activity for Readers' Club Member Students (On Character Design).
Name of the Winners are as follows:
(A)Hindi Language:
1st Aarzoo (Class 6th)
2nd Himanshu (Class 7th)
3rd Divesh (Class 7th)
(B) English Language:
1st Pratibha (Class 5th)
2nd Ankita (Class 6th)
3rd Kriti Rathore (Class 5th)
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